WHO 2025: डायबिटीज़-बीपी नियंत्रण में नया मानक


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WHO 2025 गाइडलाइन: डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर के लिए बड़े बदलाव

दुनिया बदल रही है, और स्वास्थ्य की दुनिया भी पीछे नहीं है। WHO ने 2025 में नई गाइडलाइन्स जारी की हैं जिनमें डायबिटीज़ और हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) दोनों को एक साथ बेहतर तरीके से मैनेज करने की सलाह दी गई है। ये बदलाव खासकर उन लोगों के लिए ज़रूरी हैं जिनके परिवार में ये दोनों बीमारीयां होती हैं, और जिनकी लाइफस्टाइल अभी तक पूरी तरह से हेल्दी नहीं है।

WHO 2025 नई गाइडलाइन डॉक्यूमेंट डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर के लिए

नए बदलाव क्या-क्या हैं?

प्रारंभिक स्क्रीनिंग बढ़ाना
WHO कहती है कि जितना संभव हो, Type-2 डायबिटीज़ और हाइपरटेंशन का निदान और इलाज जितनी जल्दी हो उतना बेहतर। अब Doctors को ये सुझाव है कि 40 वर्ष की उम्र या उससे कम में जोखिम वाले लोगों को पहले ही ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की जाँच कराई जाए।

ब्लड प्रेशर चेकअप WHO 2025 हाईपरटेंशन गाइडलाइन

    लाइफस्टाइल परिवर्तन को प्राथमिकता
    सिर्फ़ दवाइयाँ नहीं, बल्कि जीवनशैली (lifestyle) में बदलाव ज़्यादा मायने रखेंगे। इसमे शामिल है:

    • नमक (salt) कम करना
    • ज़्यादा फल-सब्ज़ियाँ और साबुत अनाज खाना (whole grains)
    • रोज़ाना कम से कम 150 मिनट मध्यम एक्सरसाइज करना
    • वजन नियंत्रण (weight loss)

    ब्लड प्रेशर-टारगेट को और सख्त करना
    WHO और अन्य स्वास्थ्य संस्थाएँ सुझाव दे रही हैं कि ब्लड प्रेशर को 120/80 mm Hg के नीचे रखना चाहिए, खासकर जब व्यक्ति डायबिटीज़ हो। इससे हृदय रोग (heart disease), स्ट्रोक, और गुर्दे की समस्याओं का खतरा कम होगा।

    दिल, गुर्दे और अन्य अंगों की सुरक्षा
    गाइडलाइन में कहा है कि सिर्फ़ ब्लड शुगर नियंत्रित करने से काम नहीं चलेगा। ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, लिपिड प्रोफाइल (cholesterol & lipids) भी संग-संग निगरानी में हों। डॉक्टर अब कार्डियो-रेनल (cardio-renal) सुरक्षा पर ज़्यादा ध्यान देने की सलाह दे रहे हैं।

    WHO 2025 गाइडलाइन के अनुसार दिल और किडनी की सुरक्षा

    समग्र स्वास्थ्य देखभाल को बढ़ावा
    WHO अब सुझाव दे रही है कि स्वास्थ्य प्रणाली (health systems) में Primary Health Care (प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा) को मजबूत किया जाए। इसका मतलब है कि ब्लड शुगर और ब्लड प्रेशर की जाँच, इलाज और शिक्षा गांव-गांव, प्राथमिक अस्पतालों और स्थानीय क्लीनिकों में आसानी से मिल सके।

    बदलाव अपनाने के आसान तरीके

    • अगर आपकी फैमिली में कोई डायबिटीज़ या हाइपरटेंशन है, तो शुरुआती जाँच करवाएँ: ब्लड शुगर, HbA1c, ब्लड प्रेशर
    • नमक कम करें: खाना मसालेदार हो सकता है, लेकिन अधिक नमक बीमारी बढ़ाता है
    • हर दिन चलना-फिरना, योग, हल्की एक्सरसाइज करें
    • Whole grains और फल-सब्ज़ियाँ खाने को प्राथमिकता दें
    • नियमित चेकअप करवाएँ: ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की निगरानी ज़रूरी है

    WHO 2025 की नई गाइडलाइन्स ये संकेत देती हैं कि डायबिटीज़ और ब्लड प्रेशर को अलग-अलग नहीं बल्कि एक साथ संभाला जाना चाहिए। शुरुआती निदान, जीवनशैली में सुधार, संपूर्ण अंग सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को स्थानीय स्तर पर मजबूत करना, ये सब बदलाव आपके स्वास्थ्य को लंबी अवधि में बेहतर बनाएंगे।

    WHO 2025 गाइडलाइन में डायबिटीज़ के लिए क्या नया बदलाव है?

    WHO अब शुरुआती स्क्रीनिंग और जीवनशैली सुधार को प्राथमिकता दे रहा है।

    ब्लड प्रेशर के नए टारगेट क्या हैं?

    डायबिटीज़ मरीजों के लिए ब्लड प्रेशर 130/80 mm Hg से कम रखने की सलाह दी गई है।

    क्या लाइफस्टाइल बदलना दवाइयों से ज्यादा असरदार है?

    हाँ, WHO के अनुसार नमक कम करना, व्यायाम और सही आहार दवाइयों जितने ही जरूरी हैं।

    क्या WHO 2025 गाइडलाइन भारत में भी लागू होगी

    हाँ, WHO की गाइडलाइन ग्लोबल है और भारत सहित सभी देशों के लिए मान्य है।

    नई गाइडलाइन से मरीजों को क्या फायदा होगा?

    इससे हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी की बीमारी का खतरा कम होगा।


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    soochnachakra

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